जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट): जालंधर में पोस्ट मैट्रिक स्कालरशिप (Post Matric Scholarship) को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिन पहले स्टूडेंट्स ने डीसी आफिस पर मुद्दा हल करने को लेकर प्रदर्शन किया था। इसके बाद मंगवार को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप मामले को लेकर विद्यार्थी संघर्ष मोर्चा ने लालपुर खालसा कॉलेज के बाहर व डीएवी कॉलेज के सामने फ्लाईओवर पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। डीएवी कॉलेज के सामने सड़क को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया है और वाहन चालकों को वाया मकसूदा फ्लाई ओवर के जरिए ही शहर से बाहर भेजा जा रहा है।
विद्यार्थियों का कहना है कि कोविड-19 की वजह से सारे कामकाज बंद होने की वजह से परिवार की आर्थिक स्थिति पूरी तरह से बिगड़ गई है। दूसरी ओर कालेजों की तरफ से फीस जमा करवाने का दबाव डाला जा रहा है। इन हालात में कई विद्यार्थी अपनी पढ़ाई जारी भी नहीं रख पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप का पैसा ना आने की वजह से विद्यार्थी मानसिक तनाव में आ गए हैं। विद्यार्थी आर्थिक तंगी का शिकार पहले से ही हैं। उनके पास कालेज की फीस देने तक के पैसे नहीं है। विद्यार्थी नेता नवदीप का कहना है कि उनकी मांगों पर अभी तक ना तो सरकार की तरफ से गौर किया और ना ही जिला प्रशासन की तरफ से। ऐसी स्थिति में वे कालेजों को ताले लगाने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वे कालेज में पढ़ सकते तो किसी को भी पढ़ने भी नहीं देंगे।
कालेजों ने पोस्ट ग्रैजुएशन के दाखिले बंद किए
दूसरी तरफ यूनिवर्सिटी की तरफ से ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष के नतीजे नहीं निकाले गए हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन के दाखिले बंद कर दिए गए हैं। इस दौरान यूनिवर्सिटी ने लेट फीस करीब ₹25000 रखी गई है। गत दिवस जिला प्रशासकीय कांप्लेक्स में भी अधिकारियों के साथ कालेज प्रमुखों की मीटिंग हुई थी। इसमें डीसी घनश्याम थोरी ने कहा था कि वह जल्द से जल्द कमेटी गठित करके इस मामले को सुलझा लेंगे। मगर अभी तक कोई भी कार्रवाई ना होने की वजह से विद्यार्थी परेशान हो रहे हैं।