

जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट) Jalandhar News : शहर की प्रमुख समस्याओं में शामिल सीवरेज जाम को लेकर मेयर वनीत धीर और सीनियर डिप्टी मेयर बलबीर सिंह बिट्टू ने जैतेवाली सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का औचक दौरा किया। तो वहां की हालत देखकर वे हैरान रह गए। प्लांट पूरी तरह बंद पड़ा था और जरूरी मोटर पिछले एक साल से खराब थी। इसके कारण सीवरेज का गंदा पानी प्लांट के अंदर जा ही नहीं रहा था, जिससे शहर की कई कॉलोनियों में गंदा पानी जमा हो गया था।
प्लांट में लगी मशीनें, मोटरें और कंप्यूटर बंद मिले और मौके पर मौजूद ठेकेदार कंपनी के कर्मचारी भी कोई काम नहीं कर रहे थे। जब मशीनें चलाने को कहा गया, तो केवल एक मोटर ही चल पाई। सरकारी कर्मचारी ने भी बताया कि उसे प्लांट के अंदर आने नहीं दिया जाता और छुट्टी के दिन तो सीधे बाहर से ही लौटा दिया जाता है।
प्लांट की देखरेख का ठेका ईकोटेक इंजीनियरिंग कंपनी को 3.67 करोड़ रुपये में दिया गया है, परंतु कंपनी का काम बिलकुल असंतोषजनक पाया गया। इसके अतिरिक्त ठेका परफॉर्मेंस-बेस्ड नहीं था, जिससे ठेकेदार को सारा फायदा और निगम को करोड़ों का नुकसान हो रहा है।
साथ ही, इस लापरवाही के लिए आउटसोर्स एस.डी.ओ. गगन लूथरा को जिम्मेदार ठहराया गया है। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने या तो इस स्थिति पर ध्यान नहीं दिया या फिर ठेकेदार कंपनी से मिले हुए हैं। मेयर और डिप्टी मेयर ने कंपनी व संबंधित अधिकारी को नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं।
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