रैणक बाजार में दुकानें बंद कराती पुलिस।
जालंधर में नाइट कर्फ्यू सख्ती से लागू कराने को लेकर पुलिस 5 बजे ही बाजार पहुंच गई। इस दौरान पुलिस ने जबरन दुकानें बंद कराई और वहां घूम रहे लोगों को घर खदेड़ा। पुलिस के इस एक्शन से शहर में दुकानदारों व लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल बना रहा। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट की तरफ से लोकल लेवल पर ऑर्डर जारी नहीं किए गए, जो इसकी सबसे बड़ी वजह बना। CM कैप्टन अमरिंदर सिंह की घोषणा के बाद जिला स्तर पर इस बारे में कोई आदेश नहीं आए थे, जिस वजह से कई दुकानदार असमंजस में रहे। हालांकि पहले दिन पुलिस को भी नाइट कर्फ्यू लागू कराने में खूब मशक्कत करनी पड़ रही है।
नाइट कर्फ्यू से पहले घर लौटते लोग।
ज्योति चौक के नजदीक रैणक बाजार समेत दूसरे भीड़भाड़ वाले बाजार में पुलिस लाउडस्पीकर लेकर पहुंच गई। यहां पहले पुलिस ने अनाउंसमेंट के जरिए दुकानें बंद कराई। जिन दुकानदारों ने दुकानें बंद नहीं की, उन्हें जबरन बंद कराया गया। इसके बाद बाजार में खरीदारी करने पहुंचे लोगों को भी घर भेजा गया।
दुकान बंद करते दुकानदार।
नाइट कर्फ्यू 6 बजे से लेकिन दुकानें 5 बजे बंद करनी जरूरी
पंजाब सरकार ने नाइट कर्फ्यू अब शाम 6 बजे से सुबह 5 बजे तक का किया है लेकिन दुकानें बंद करने का समय 5 बजे से कर दिया है। एक घंटे का समय दुकानदारों व ग्राहकों को घर तक पहुंचने के लिए दिया गया है ताकि नाइट कर्फ्यू शुरू होते ही कोई सड़क पर न दिखे।
9 बजे तक होम डिलीवरी की मंजूरी
दुकानें 5 बजे बंद किए जाने के बाद भी होम डिलीवरी का विकल्प रहेगा। हालांकि दुकानदारों का तर्क है कि सिर्फ 11 घंटों के लिए कोई होम डिलीवरी क्यों मंगवाएगा? और उन्हें भी इसके लिए अतिरिक्त कोशिश करनी होगी। इससे बेहतर ही है कि दुकान 5 बजे बंद कर दी जाए।