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पटियाला में प्राचीन श्री काली देवी माता मंदिर के प्रबंधन ने महिलाओं को पर्स अंदर ले जाने की अनुमति दी, कहा-शक हो तो की जाएगी चेकिंग
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कोरोना वायरस से पंजाब में अब तक संक्रमित हुए 2880 में से 57 की जा चुकी जान
अमृतसर (वीकैंड रिपोर्ट) : दुनियाभर खौफ का पर्याय बने कोरोना वायरस से पंजाब में भी अब तक 2880 लोग संक्रमित हो चुके हैं। दूसरा खौफनाक पहलू यह भी है कि राज्य में 57 लोगों की यह खतरनाक वायरस जान भी ले चुका है। इसी खौफ से निजात पाने के लिए लगाया गया 5वें फेज का लॉकडाउन बुधवार को दसवें दिन में प्रवेश कर गया। कई तरह की राहतें लोगों को देने की कोशिश भी की गई है। मंदिर-गुरुद्वारों में प्रसाद वगैरह बांटने की छूट दी गई है। इसके लिए सरकार ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। वहीं शॉपिंग मॉल भी पिछले तीन दिन से लोगों के लिए खुले हुए हैं। बावजूद इसके राज्य में कोरोना का खौफ कम होने का नाम ही नहीं ले रहा।
रातभर शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा करते रहे अधिकारी, बाहर घूम रहे लोगों को वापस भेजा
अमृतसर में मंगलवार शाम सात बजे के बाद सड़कों पर निकलने वाल लोगों से पुलिस ने कड़ी पूछताछ की, वहीं अधिकारी रातभर शहर के विभिन्न हिस्सों का दौरा करते रहे। इसके बाद बुधवार को कटरा दूलो, शक्ति नगर, खजाना गेट और हकीमां गेट इलाकों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर सील कर दिया गया। इलाके में घूम रहे लोगों को चेतावनी देते हुए घरों से बाहर निकलने से भी मना किया गया। एसडीएम-1 विकास हीरा ने पुलिस कर्मचारियों को नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की हिदायतें दी।
पठानकोट में लॉकडाउन के दौरान कारोबार के बारे में जानकारी सांझा करते मोबाइल फोन के कारोबारी।लॉकडाउन के दौरान ज्यादातर कारोबार बुरी तरह से प्रभावित रहे, लेकिन मोबाइल फोन के कारोबार को खासा फायदा हुआ है। इस धंधे में लगे लोगों के मुताबिक लगभग 25 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अकेले पठानकोट में प्रति माह चार करोड़ का कारोबार होता था, वहीं मौजूदा ढाई महीने में पांच करोड़ का हो गया। मोबाइल और टैब की बिक्री में बढ़ोतरी के पीछे मुख्य कारण स्कूल बंद होने के कारण सारी पढ़ाई ऑनलाइन हो रही है। दूसरा सरकारी व प्राइवेट कंपनियों की ओर से फिजिकल डिस्टेंस की पालना करते हुए स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम किया जाना था। अभिभावकों को बच्चों के लिए मोबाइल जरूरी हो गया था। अभी महाजन का कहना है कि लॉकडाउन में दुकानदारों के पास जितना स्टाक था वह हाथों हाथ बिक गया।
पटियाला में स्थित उत्तरी भारत के प्राचीन श्री काली देवी माता मंदिर में आ रहे श्रद्धालुओं को खासी दिक्कत आ रही थी, खासकर औरतों को पर्स की वजह से। मंदिर प्रशासन ने महिलाओं को पर्स भीतर लेकर जाने की इजाजत दे दी है। सुरक्षा कर्मियों को हिदायत दी है कि अगर उन्हें किसी महिला के बैग या पर्स पर शक हो तो उसकी चेकिंग की जा सकती है। उधर, त्रिपड़ी टाउन के शेरों वाला सिद्ध श्री हनुमान मंदिर के संरक्षक पंडित गोवर्धन शर्मा व संचालक विनय शर्मा ने बताया कि मंदिर की चार घंटियों को बांध दिया है। भीतर की छोटी तीन घंटियों को कपड़े से कवर कर दिया है। ताकि लोग अपने हाथ घंटी को न लगाएं। इसके अलावा सेंसर वाली सैनिटाइजर मशीन लगाई है, जिसके नीचे हाथ करने पर लिक्विड अपने आप निकलेगा।
लुधियाना नगर निगम के चारों जोन के कर्मचारियों ने लॉकडाउन के बीच बुधवार को कामकाज ठप कर निगम ऑफिस के गेट पर धरन दिया। इनकी मांग है कि 1994 और 1998 से काम कर रहे ड्राइवरों और सफाई कर्मियों को रेगुलर किया जाए। सभी कर्मचारियों का हेल्थ इंश्योरेंस कैशलैस होना चाहिए। इन लोगों ने पहले से ही कमिश्नर को गेट रैली का अल्टीमेटम दिया था। आज चारों जोन के कर्मचारी जोन डी में धरने पर बैठे। इनमें सुपरिंटेंडेंट व सचिव स्तर तक के अधिकारी भी शामिल हुए। इस कारण दो घंटे तक तमाम काम बंद रहे।
गुरदासपुर में आदर्श ग्राम योजना व कोविड-19 के तहत सिविल सर्जन ने प्रोग्राम अधिकारियों व सीनियर मेडिकल अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान आदर्श ग्राम योजना के तहत सेहत विभाग ने चयनित किए 20 गांवों में दी जाने वाली सेहत सुविधाओं व स्कीमों के बारे में जानकारी दी। कोविड-19 के तहत सरकार द्वारा कोवा ऐप्प लांच करने के बारे में भी जानकारी दी। महामारी के दौरान बढ़िया काम करने वाले जिला एपीडिमालोजिस्ट अधिकारी डॉ. प्रभजोत कौर कलसी व डॉ. अंकुर कौशल नोडल अधिकारी को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया।
दूसरी ओर, जिले के कस्बा काहनूवान में क्रिश्चियन नेशनल फ्रंट की बैठक प्रधान अशोक मसीह भट्टी की अध्यक्षता में गांव जागोवाल बेट में हुई। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि किसी भी सरकार ने कोरोना संकट में उनकी बाजू नहीं पकड़ी। केवल गांवों के भाईचारे व धर्म संस्थाएं ही गरीबों व जरूरतमंदों के लिए आगे आई हैं।