हॉन्गकॉन्ग (वीकेंड रिपोर्ट) : हॉन्गकॉन्ग ने भारत आने-जाने वाली सभी फ्लाइट पर 14 दिन की रोक लगा दी है। देश में कोरोना के बढ़ते मामले और नए वैरिएंट की वजह से यह फैसला लिया गया है। उड़ानों पर रोक 20 अप्रैल से 3 मई तक रहेगी। भारत के अलावा पाकिस्तान और फिलिपींस की उड़ाने भी रोकी गई हैं। सरकार ने रविवार को बयान जारी कर यह जानकारी दी।
हॉन्गकॉन्ग में इस वीकेंड पहली बार वायरस के नए वैरिएंट से संक्रमित दो केस मिले थे। सरकार ने कहा कि पिछले सात दिन में इन तीनों देशों से 5 या इससे ज्यादा ऐसे लोग आए हैं, जिनमें कोरोना का म्यूटेट वायरस मिला है। इस वजह से सर्किट ब्रेकर अरेंजमेंट्स के तहत यह फैसला लिया गया है। इसके तहत तीनों देशों को बहुत ज्यादा जोखिम वाले देशों में शामिल किया गया है।
भारत से गए 20 यात्री संक्रमित मिले थे
बताया जाता है कि एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग में भारत से गए 20 यात्री कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। इनमें दो हॉन्गकॉन्ग इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर और बाकी में रीगल एयरपोर्ट होटल में क्वारैंटाइन रहने के दौरान संक्रमण का पता चला। ये सभी 4 अप्रैल को यहां पहुंचे थे। इसके बाद 6 अप्रैल से 19 अप्रैल तक इस रूट की उड़ानें सस्पेंड कर दी गई थीं।
पहले भी लगा चुका है बैन
संक्रमण के मामले मिलने के बाद पिछले साल भी दिल्ली-हॉन्गकॉन्ग फ्लाइट्स पर 18 अगस्त से 31 अगस्त तक, 20 सितंबर से 3 अक्टूबर तक और 17 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक बैन लगाया गया था। मुंबई से हॉन्गकॉन्ग फ्लाइट्स के लिए 28 अक्टूबर से 10 नवंबर तक बैन लगा था।
हॉन्गकॉन्ग में 11 हजार से ज्यादा केस
हॉन्गकॉन्ग में अब तक कोरोना के महज 11,684 केस सामने आए हैं। 209 मौतें हुई हैं। बीते 24 घंटे में यहां 30 से ज्यादा मामले मिले हैं। यहां चीन की वैक्सीन सिनोवैक से वैक्सीनेशन चल रहा है। वैक्सीनेशन के बाद यहां अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना के केस कम होने के बाद हॉन्ग कॉन्ग ने 18 फरवरी से पाबंदियों में ढील देने का ऐलान किया था।