कोलकाता (वीकैंड रिपोर्ट): पश्चिम बंगाल की बांकुरा स्थित फास्ट-ट्रैक कोर्ट ने भोपाल के रहने वाले शख्स को उम्रकैद की सजा सुनाई है. दोषी पर अपनी 28 साल महिला मित्र की हत्या का आरोप था. दोषी का नाम उदयन दास है और वह आकांक्षा शर्मा (मृतका) से सोशल मीडिया के जरिए मिला था. वह उसे अमेरिका में नौकरी दिलाने का झांसा देकर मध्य प्रदेश ले गया था. उदयन ने 15 जुलाई, 2016 को आकांक्षा की हत्या कर दी थी और लाश को एक बक्से में डालकर अपने घर में कब्र बनाकर ऊपर से मार्बल लगा दिया था.
बुधवार को अदालत से उम्रकैद की सजा मिलने के बाद उदयन ने मीडिया से कहा कि उसे कोई पछतावा नहीं है और वह निश्चित तौर पर सजा के खिलाफ हाईकोर्ट जाएगा. जज सुरेश बिश्वकर्मा ने मंगलवार को उसे दोषी ठहराया था और बुधवार को सजा सुना दी. इस मामले को संगीन बताते हुए चीफ पब्लिक प्रॉसिक्यूटर अरुण चटोपाध्याय ने उदयन के लिए फांसी की मांग की थी. दोषी के वकील अभिषेक बिस्वास ने कहा कि वह सजा के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे. अदालत में जमा किए गए दस्तावेजों के अनुसार, आकांक्षा शर्मा 23 जून, 2016 को बांकुरा स्थित अपने माता-पिता का घर छोड़कर चली गई थी.
उसने अपने परिजनों को बताया था कि वह एक कंपनी में नौकरी के लिए अमेरिका जा रही है. वहां से वह उदयन के भोपाल के साकेतनगर स्थित घर पहुंची. आकांक्षा को अहसास हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है. जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा होने लगा. उदयन दास ने गला दबाकर आकांक्षा की हत्या कर दी और लाश को एक बक्से में डालकर उसे घर पर ही रख ऊपर से मार्बल लगा दिया. इसके बाद उदयन आकांक्षा के मोबाइल फोन से उसके परिजनों से मैसेज के जरिए बात करता रहा और हालचाल बताता रहा. उसने आकांक्षा के माता-पिता से कहा कि लोकल सिम न होने की वजह से वह (आकांक्षा शर्मा) उनसे बात नहीं कर सकती है, इसलिए वह मैसेज के जरिए बात करती है.
इतना ही नहीं, उदयन उसी साल अक्टूबर में आकांक्षा के परिवार से मिलने बांकुरा भी गया था. परिजनों को बेटी का यह व्यवहार कुछ ठीक नहीं लगा और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने आकांक्षा के मोबाइल की लोकेशन भोपाल में ट्रैक की. परिजन भोपाल पहुंचे लेकिन युवती का कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद आकांक्षा के पिता शिवेंद्र नारायण शर्मा ने जनवरी 2017 में उदयन के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया. पुलिस भोपाल पहुंची और 1 फरवरी को उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उदयन ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल कर लिया. दास पर रायपुर में अपने माता-पिता को भी मारने का आरोप है. मां-बाप की हत्या के बाद कथित तौर पर उसने शवों को घर में ही दफना दिया था.