जालंधर (वीकैंड रिपोर्ट)- Remedies on Dhanteras : पंच दिवसीय दीपोत्सव पर्व की शुरुआत धनतेरस या फिर धनत्रयोदशी से हो जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, धनतेरस कार्तिक महीने (अक्टूबर-नवंबर) में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है। सनातन धर्म में जिस प्रकार दिवाली को लेकर आमजन उत्साहित रहते हैं, ठीक उसी प्रकार लोग धनतेरस को लेकर भी उत्साहित रहते हैं। धनतेरस का दिन आयुर्वेद के देवता (जनक) धन्वंतरि का जन्म दिन भी है, इसलिए इस दिन को धन्वंतरि त्रयोदशी कहा जाता है और इसे धन्वंतरि जयंती के रूप में मनाया जाता है।
धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और कुबेर भगवान की विधिवत पूजा 21 अक्षत लें। इस बात का ध्यान रखें कि चावल टूटे न हो। इसके बाद इन्हें लाल रंग के साफ वस्त्र में बांधकर पूजा करें। इसके बाद इन्हें अपनी तिजोरी में रख दें। माना जाता है कि ऐसा करने से पैसों की तंगी से छुटकारा मिल जाता है।
Remedies on Dhanteras : धनतेरस को रात के समय 13 दीपक जलाना काफी शुभ माना जाता है। इसके लिए 13 दीपक लें और उसमें घी, बाती लगाने के साथ 1-1 कौड़ी भी रखें। इसके बाद इन्हें अपने घर के आंगन नें रख दें। इसके बाद आधी रात को 13 कौड़ियों को उठाकर घर के किसी कोने में गाड़ दें। ऐसा करने से धन संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती है। इसके साथ ही बिजनेस में अपार सफलता प्राप्त होती है।
धनतेरस के दिन कुबेर भगवान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करें। इसके साथ ही मां लक्ष्मी को एक जोड़ा लौंग चढ़ा दें। ऐसा रोजाना करें। ऐसा करने से धन संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती है।