बठिंडा (वीकैंड रिपोर्ट): बठिंडा सिविल अस्पताल में डाक्टरों की बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां एक 11 साल के मासूम बच्चा एड्स की लपेट में आ गया। बच्चा पहले थैलेसीमिया की बीमारी के साथ जूझ रहा था। मासूम को एड्स होने की ख़बर सुन उसके माता -पिता का बुरा हाल है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अस्पताल प्रबंधन ने बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव खून चढ़ा दिया।
पीड़ित परिवार ने सिविल सर्जन को शिकायत देकर चीफ मैडीकल अफसर (सी.ऐम्म.यो.) से जांच की मांग की है। परिवार अनुसार खून चढाने के लिए बलड बैंक का एक कर्मचारी आया और बच्चे के खून का सैंपल लेकर गया। बच्चे की मां ने बताया जिस समय सैंपल लिया गया, वह वहां नहीं थी। बाद में अस्पताल के स्टाफ ने बताया कि ब्लड बैंक का कर्मचारी सैंपल लेकर गया। उन्होंने यह नहीं बताया कि सैंपल किस टेस्ट के लिए लिया गया, जबकि डाक्टर ने कोई टेस्ट नहीं लिखा। उन्होंने आरोप लगाया कि स्टाफ ने पुराने पर्ची फाड़कर नई पर्ची बना उसमें एचआईवी समेत ओर टेस्ट लिख दिए। इसके बाद ब्लड बैंक के कर्मचारी ने बताया कि उनका बच्चा एचआईवी पॉजिटिव है।