Akal Takht Sahib’s Jathedar advised Ranjit Singh Dhadariawale
Giani Harpreet Singh Raised Question Over Us Presidents India Visit
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कहा कि जब भी अमेरिका का कोई राष्ट्रपति भारत आता है तो दंगे क्यों भड़कते हैं
अमृतसर (वीकैंड रिपोर्ट) : श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि जब भी अमेरिका का कोई राष्ट्रपति भारत आता है तो दंगे क्यों भड़कते हैं। दिल्ली में भड़की हिंसा के संबंध में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत के दौरे पर आए थे, तब भी छत्तीसपुरा में कई निर्दोष सिखों का कत्ल कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि विवादित प्रचारक रंजीत सिंह ढढरियांवाले को श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा गठित पांच सदस्यीय कमेटी के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखना चाहिए।
जत्थेदार टीवी चैनलों पर डिबेट नहीं किया करते। कुछ लोग ढढरियांवाले को निरंकारी के रूप में पेश कर उसे सिखों के सिरों पर बैठना चाहते हैं। ढढरियांवाले स्टेज न लगाने के फैसले के स्थान पर पांच सदस्यीय कमेटी के साथ बातचीत करें। बता दें कि कुछ दिन पहले ढढरियांवाले ने नाराज होकर कहा था कि अगर उनके बोलने से किसी को तकलीफ है तो वे न स्टेज लगाएंगे और न ही धार्मिक समागम ही नहीं करेंगे।
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी अधिकारियों ने उन्हें बताया कि शहीद भाई तारु जी और शहीदी अस्थान भाई मनी सिंह जल्द ही संगत के दर्शनों के लिए खोल दिए जाएंगे। इन दोनों गुरुद्वारा साहिबान की इमारतों के सदियों पुराने इतिहास से छेड़छाड़ किए बगैर इनका जीर्णोद्धार करवाया जाएगा।
जगजीत कौर के परिवार से भी मिले
गुरुद्वारा श्री ननकाना साहिब की यात्रा के दौरान वह जगजीत कौर के परिवार से भी मिले। परिजनों ने बताया कि जिस स्थान पर जगजीत को रखा गया है, वहां कई और लड़कियां भी हैं। ये लड़कियां जगजीत कौर पर घर न लौटने का दबाव बनाती हैं। जत्थेदार ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी व ईटीपीबी के अधिकारियों से बातचीत कर इस बात को सुनिश्चित किया है कि अगले वर्ष साका श्री ननकाना साहिब के शताब्दी समारोह का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाएगा।