
आगरा (वीकैंड रिपोर्ट) Dangerous work after conversion – आगरा पुलिस द्वारा जो मामला जांच किया जा रहा था मामला धार्मिक पहचान बदलवाने तक सीमित लग रहा था, लेकिन वे अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी, अंग व्यापार और साइबर नेटवर्किंग का जाल बनता जा रहा है। पुलिस द्वारा मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी की गई है, जिसके बाद से हुए कई खुलासों से देशभर में हलचल मच गई है और अब CBI की मदद लेने का निर्णय लिया गया है। इस अवैध धर्मांतरण गिरोह ने लोगों को काफी परेशानी में डाल दिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं- अब्दुल रहमान (मास्टरमाइंड), इसी के दो बेटे, रहमान कुरैशी, अली हसन उर्फ शेखर, ओसामा, आयशा उर्फ एसबी कृष्णा, अब्बू तालिब, जुन्नैद कुरैशी, मोहम्मद रहमान, मनोज उर्फ मुस्तफा, मोहम्मद अली उर्फ पियूष पंवार, रित बनिक, इत्यादि।

अवैध धर्मांतरण और मानव तस्करी गिरोह की खुली पोल
जानकारी के अनुसार 2025 मार्च में आगरा के सदर क्षेत्र से एक व्यापारी की दो बेटियां अचानक लापता हो गई थीं और जिसके बाद ये लड़कियां 18 जुलाई को कोलकाता के तपसिया क्षेत्र से मिली। जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि उन्हें धर्मांतरण और विदेश भेजे जाने की साजिश की जा रही थी। इसके बाद 19 जुलाई को कुछ 6 राज्यों से 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद पश्चिम बंगाल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से लेकर कनाडा तक फैले इस नेटवर्क की परतें सामने आईं।
Dangerous work after conversion : कमजोर और मजदूर वर्ग को बनाया निशाना
पुलिस का कहना है कि, पूछताछ से ये पता चला है कि ये गिरोह कमजोर, मजदूर वर्ग और निर्धन लड़कियों को धर्मांतरण के बहाने फंसाता था और फिर विदेश भेजता था। आगे पूछताछ में पता चला कि विदेश में इनका या तो यौन शोषण किया जाता था और या तो मानव अंगों की तस्करी या दास श्रम के लिए। पुलिस सूत्रों से पता चला है कि विदेश पहुंचने के बाद लड़कियों के हर अंग की बोली भी लगाई जाती थी। फिलहाल अभी तक कोई प्रत्यक्ष पीड़ित सामने नहीं आया, मिली जानकारियों के आधार पर इस रैकेट की जांच और इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।

कनाडा से गिरोह का सरगना कर रहा था रिमोटली काम
Dangerous work after conversion : आपको बता दें कि पूरे नेटवर्क की कमान सैयद दाऊद के पास थी जो कनाडा से ही रिमोटली गिरोह का संचालन कर रहा था, वहीं जानकारी से ये भी बात सामने आई है कि ये शख्स मध्य प्रदेश का रहने वाला था। फिलहाल इस शख्स पर ग़ैर-जमानती वारंट जारी हो चुके हैं। वहीं, इसके बाद CBI की मदद से उसकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह ने कुछ 1000 से भी ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया है। कई लोग सामने आने से डर रहे हैं और जिनके माता-पिता या परिजन पीड़ित हैं, वे मुख्य गवाह बनाकर अदालत में पेश कराए जाएंगे ताकि आरोपियों को सजा दिलवाई जा सके। वहीं, मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान की कॉल डिटेल में 6 पाकिस्तानी नंबर मिले हैं और इनकी जांच भी जारी है।

बुधवार को इन पर सुनवाई की जाएगाी और अभियोजन अधिकारी ने इनके कॉल रिकॉर्ड, बैंक ट्रांजैक्शन, विदेशी संपर्कों और पीड़ितों से जुड़ी कड़ियों के वेरिफिकेशन की मांग की गई है।
Pic courtesy : oneindia
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