हैदराबाद (वीकैंड रिपोर्ट)- New debate on camel and donkey milk... आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले के रहने वाले नुतलापति मुरली नाम के एक शख्स ने गांव के लोगों से गधी के दूध के नाम पर 9 करोड़ रुपये ठग लिए और फरार हो गया। इस बीच कुछ लोग गधे के दूध और ऊंट के दूध को लेकर तुलना कर रहे हैं। नुतलापति मुरली ने कहा कि जो लोग पैसे जमा करेंगे, उन्हें तीन गधे दिए जाएंगे। नुतलापति मुरली ने वादा किया कि अगर जो इन गधों को पालेगा और दूध निकालेगा, वह प्रति लीटर दो हजार रुपए देगा। नुतलापति मुरली की बातों में आकर करीब 200 किसानों ने उसे पैसों का भुगतान कर दिया। हर किसान ने नुतलापति मुरली के डेरी फार्म को तीन लाख रुपए का भुगतान किया। विशेषज्ञों के मुताबिक दुनिया में गधी के दूध की मांग बढ़ती जा रही है।
New debate on camel and donkey milk… भारत, यूरोप और अमेरिका में लोग गधी का दूध पीने के लिए हजारों रुपये खर्च करते हैं। भारत में फिलहाल गधी का दूध 5000 से 7000 रुपये प्रति लीटर बिकता है। ऊंटनी के दूध में सैचुरेटेड फैट बहुत कम होता है. साथ ही इसमें अन्य दूध की तुलना में 10 गुना ज्यादा विटामिन सी होता है। इसके अलावा भारत में डेंगू के मरीज ज्यादातर ऊंटनी का दूध खरीदते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप ऊंटनी का दूध पीते हैं तो डेंगू के मरीजों के शरीर में प्लेटलेट्स तुरंत बढ़ जाते हैं।