वाशिंगटन (वीकैंड रिपोर्ट) : ज्यादातर लोग रात में सोने से पहले Music सुनना पसंद करते हैं। New Research कहती है, ऐसे लोगों को नींद न आने या नींद टूटने की शिकायत हो सकती है। Researchers का कहना है, जब हम रात में गाने सुनते हैं तो ये दिमाग में घूमते रहते हैं। गाना बंद होने के बाद भी दिमाग में इसके चलने का अहसास होता है। यह स्थिति नींद में बाधा पैदा करती है या आधी रात को नींद टूटने की वजह बनती है।
रिसर्च करने वाली America की Baler University के शोधकर्ता माइकल स्कुलिन का कहना है, एक दिन रात में एक गाना उनके दिमाग में अचानक घूमने लगा, इसके कारण आधी रात को उनकी नींद टूट गई। उन्होंने महसूस किया कि एक गाना आपके नींद की प्रक्रिया को Disturb कर सकता है। इसी दौरान तय किया कि गाना सुनने और नींद के बीच Connection को समझने की कोशिश करेंगे।
209 लोगों पर हुई रिसर्च
शोधकर्ताओं ने 209 लोगों पर Research की। इन्हें सोने से पहले टेलर स्विफ्ट और कार्ले रे जैसे Singers के गाने सुनाए गए। इसके बाद इनका पॉलिसोम्नोग्राफी Test कराया गया। इस टेस्ट की मदद से यह जाना जाता है नींद कितनी बेहतर आ रही है। टेस्ट करके इंसान की दिमाग में उठने वाली लहर, हार्ट और ब्रीदिंग रेट जाना जाता है। यह जांच तब की गई जब मरीज सो रहा था।
सोने के बाद भी दिमाग में घूमता है गाना
Psychological साइंस जर्नल में पब्लिश रिसर्च कहती है, जब हम जागते हैं तब गाने दिमाग में बार-बार घूमते हैं, ऐसा रात में सोने के बाद भी हो सकता है। हमारे दिमाग में गाना तब भी घूमता है जब Music बंद होता है और हम नींद में होते हैं।
माइकल कहते हैं, अक्सर Teenagers and Youngsters अपने Mood को बेहतर बनाने के लिए सोने से पहले गाना सुनते हैं, लेकिन कभी-कभी ये शौक रोज की आदत में बदल जाता है और नींद पर इसका बुरा असर पड़ने लगता है।
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अगर यह समस्या हफ्ते में एक से अधिक बार होती है तो ऐसे लोगों में 6 गुना तक नींद खराब होने का खतरा बढ़ता है। Researchers के अनुसार, शब्दों के साथ चलने वाले म्यूजिक के मुकाबले केवल Instrumental Music नींद खराब करने में बड़ी भूमिका निभाते हैं।