चंडीगढ़ (वीकैंड रिपोर्ट): जेल मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने राज्य की जेलों के ढांचे को मजबूत कर आत्मनिर्भर करने के लिए खाका पेश किया। साथ ही ऐलान किया कि सबकुछ योजना मुताबिक चला तो आगामी समय में जेलों से वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए ही पेशी करवाई जाएगी। इसके लिए ढांचागत निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि रोजमर्रा की पेशियों पर होने वाला करीब 45 लाख रुपए प्रतिदिन का खर्चा बचेगा।
रंधावा ने बताया कि एक संस्था ने सर्वे में तथ्य पेश किया था कि सिर्फ पंजाब में ही कैदियों को अदालतों में पेशी पर लाने-लेजाने पर रोजाना 45 लाख खर्च आता है। अदालत में पेशी के लिए न सिर्फ जेल विभाग (Jail department), बल्कि पुलिस व न्यायिक अमले को भी जुटना पड़ता है। इसे ध्यान में रख केंद्र सरकार (central government) के सहयोग से वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए पेशी का पायलट प्रोजैक्ट शुरू किया गया है। सभी जेलों में क्षमता के अनुपात में स्टूडियो (studio) बनाए जाएंगे। जेलों में जरूरत है जबकि लगभग सभी अदालतों में सुविधा पहले से है। वीडियो कांफ्रैंसिंग के जरिए पेशी के संबंध में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा नियमों को भी तैयार किया जा रहा है ताकि उनका पालन करते हुए ही न्यायिक प्रक्रिया आगे बढ़े।
12 जेलों में बनेंगे पैट्रोल पंप
मंत्री ने बताया कि तेलंगाना राज्य में इस समय जेलों का बेहतर मॉडल है जिस संबंधी विभाग ने वहां के पूर्व डी.जी.पी. (जेल) वी.के. सिंह और आई.आई.एम. रोहतक के डायरैक्टर धीरज शर्मा को सलाहकार नियुक्त किया है। पंजाब की जेलों में तैयार उत्पादों की टर्नओवर 1.50 करोड़ सालाना है जबकि एक-चौथाई कम क्षमता वाली तेलंगाना की जेलों में 600 करोड़ सालाना है। 550 करोड़ अकेले पैट्रोल पंपों से कमाते हैं। पंजाब की 12 जेलों में इंडियन ऑयल के पैट्रोल पंप स्थापित किए जाएंगे।
- जेलों को मजबूत करने के लिए 960 पदों पर भर्ती शीघ्र, 10 डिप्टी सुपरिटैंडैंट, 46 सहायक सुपरिटैंडैंट, 815 वार्डर और 32 मेट्रन के अलावा क्लर्क और टैक्नीकल स्टाफ भी शामिल।
- गोइंदवाल साहिब में केंद्रीय जेल बठिंडा में महिला जेल निर्माण अधीन। बिना वाहन काम कर रहे सुपरिटैंडैंट जेल को मिलेंगे सरकारी वाहन।
- कोविड-19 दौरान जेलों में 30,000 से अधिक कैदियों और 100 प्रतिशत स्टाफ के टैस्ट करवाए। करीब 2000 कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
- 310 इनसास राईफल्स व 71 पिस्तौल खरीदे। आगंतुकों के आराम संबंधी सुविधाओं के लिए 9 जेलों में वेटिंग हॉल बनाए गए।