
बोस्टन (वीकैंड रिपोर्ट) World Leader for Peace and Security Award : भारत की आध्यात्मिक विरासत को एक बार फिर वैश्विक मान्यता मिली है। बोस्टन ग्लोबल फोरम (BGF) और AI वर्ल्ड सोसाइटी (AIWS) ने गुरुदेव श्री श्री रविशंकर (Sri Sri Ravi Shankar) को 2025 का ‘विश्व शांति एवं सुरक्षा पुरस्कार’ प्रदान किया है। यह पुरस्कार उनके वैश्विक शांति निर्माण, मानवीय सहायता और नैतिक नेतृत्व के असाधारण योगदान को सम्मानित करता है।
विश्व नेताओं की श्रेणी में भारत का स्थान
यह पुरस्कार उन विश्व नेताओं को समर्पित है जो नैतिक साहस, दूरदर्शी शासन और वैश्विक शांति को बढ़ावा देते हैं। इस पुरस्कार ने गुरुदेव श्री श्री रविशंकर को सम्मानित कर भारत की ‘विश्व गुरु’ की भूमिका को रेखांकित किया है। पिछले वर्षों में यह पुरस्कार जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, यूएन महासचिव बान की मून, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमीर ज़ेलेंस्की जैसे विश्व नेताओं को दिया जा चुका है।

संघर्षों को शांति में बदलने का अद्भुत कौशल
बोस्टन ग्लोबल फोरम ने गुरुदेव को “एजेंडा और पूर्वाग्रह से मुक्त पुल निर्माता” बताया। उन्होंने कोलंबिया, इराक, श्रीलंका, म्यांमार और वेनेजुएला जैसे संघर्ष क्षेत्रों में व्यक्तिगत रूप से मध्यस्थता की है। कोलंबिया में 52 वर्षों से चले आ रहे सशस्त्र संघर्ष को समाप्त कराने और कश्मीर में हजारों युवाओं को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने के लिए प्रेरित करने में उनकी भूमिका अग्रणी रही है।
शांति को जीवन का अनुभव बनाया
बोस्टन ग्लोबल फोरम के सह-संस्थापक गवर्नर माइकल डुकाकिस ने कहा, “आपने शांति को एक सिद्धांत नहीं, बल्कि करुणा, क्षमा और समझ में निहित एक दैनिक अभ्यास के रूप में सिखाया है।” आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन (Art of living Foundation) के माध्यम से SKY ब्रीथ मेडिटेशन (सुदर्शन क्रिया) जैसी व्यावहारिक तकनीकों ने लाखों लोगों के तनाव को कम किया है और भावनात्मक लचीलापन विकसित किया है।
World Leader for Peace and Security Award : अमेरिका में मिली शानदार स्वीकार्यता
गुरुदेव के हालिया उत्तर अमेरिका दौरे ने हजारों लोगों को शांति, ध्यान और प्रेरणा के क्षणों में एकजुट किया। पोर्टलैंड और ओरेगन राज्य ने 20 अक्टूबर को “गुरुदेव श्री श्री रविशंकर दिवस” घोषित किया। सिएटल के मेयर ब्रूस हरेल ने उन्हें “वैश्विक स्तर पर सम्मानित मानवतावादी और शांति दूत” बताया।

कृत्रिम बुद्धिमत्ता के युग में नैतिक मार्गदर्शन
गुरुदेव ने लॉस एंजिल्स में ‘इंस्टीट्यूट ऑफ एब्सोल्यूट इंटेलिजेंस’ लॉन्च किया, जो न्यूरोसाइंटिस्ट्स, विद्वानों और आध्यात्मिक विचारकों को एक मंच पर लाता है। यह संस्थान प्राचीन ज्ञान और आधुनिक जिज्ञासा का समन्वय कर मानव क्षमता के नए आयाम खोलने का प्रयास कर रहा है।
गुरुदेव का संदेश: शांति के लिए कार्य आवश्यक
गुरुदेव ने अपने संबोधन में कहा, “शांति केवल शब्दों से नहीं आ सकती; इसे कार्यों में अनुवादित होना होगा। आज हम सुरक्षा पर तो बहुत कुछ करते हैं, लेकिन शांति निर्माण पर बहुत कम ध्यान देते हैं। आज एक नैतिक और आध्यात्मिक बल की आवश्यकता है जो हमारे समाज में फैले अविश्वास और संकट को शांत कर सके।”

आर्ट ऑफ लिविंग के उल्लेखनीय प्रयास
1981 में स्थापित, आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ने 180 देशों में 80 करोड़ से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया है। इसके प्रयासों में 8 लाख कैदियों का पुनर्वास, 70 नदियों का पुनरुद्धार, और भारत भर में 1,300 मुफ्त स्कूलों के माध्यम से 1 लाख से अधिक वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करना शामिल है।
यह पुरस्कार न केवल गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के व्यक्तिगत योगदान का सम्मान है, बल्कि भारत की शांति और आध्यात्मिक विरासत को वैश्विक मंच पर स्थापित करने का एक ऐतिहासिक कदम है।
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